Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi | Dainik Bhaskar VS Dainik Jagran

Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi | Dainik Bhaskar VS Dainik Jagran

Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi: दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम भारत के दो सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले हिंदी अखबार दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर का Comparison करने वाले हैं। साथ ही दोस्तों आखिर मैं, मैं आपको Newspaper के बिजनेस मॉडल(Newspaper business model in Hindi) के बारे मैं भी बताने वाला हूं। तो ये आर्टिकल आखिर तक जरूर पढ़े।

Company Profile of Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison

दोस्तो अगर दैनिक जागरण की बात करे तो इस अखबार की शुरवात आज से करीब 80 साल पहले 1942 मैं हुई थी. 1942 का वर्ष भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का बहुत महत्वपूर्ण वर्ष था. जब भारत में अंग्रेजों की त्रासदा से मुक्त होने के लिये संघर्ष अपने चरम पर था। भारत छोड़ो आन्दोलन इस संघर्ष का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। ऐसे निर्णायक मोड़ पर दैनिक जागरण को इसके संस्थापक स्वर्गीय पूर्णचन्द्र गुप्त द्वारा जारी किया गया।

वही दैनिक भास्कर अखबार की शुरवात दैनिक जागरण के 6 साल बाद 1948 मैं हुई थी। पहले यह अखबार सुबह सवेरे के नाम से जाना जाता था फिर 1958 मैं इसका नाम बदलकर भास्कर समाचार किया गया और फिर 2010 इसका नाम दैनिक भास्कर रखा गया।

दोस्तो अगर हेडक्वार्टर याने की मुख्यालय की बात करे तो दैनिक जागरण का मुख्यालय कानपुर, उत्तर प्रदेश मैं है वही दैनिक भास्कर का मुख्यालय मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल शहर मैं स्थित है।

Number of Readers of Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi

Number of Readers कि बात करे तो ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार आज 2023 में 40 लाख daily circulation के साथ दैनिक जागरण पढ़ने वालों की संख्या के मामले में भारत में दुसरे नंबर पर है। वही दैनिक भास्कर की प्रति दिन 54 लाख से भी ज्यादा प्रतियां बेचीं जाती है और इस अखबार को पढ़ने वाले लोगों की संख्या भारत मैं सबसे ज्यादा है।

दोस्तों आपकी जानकर के लिए बता दे टाइम्स ऑफ इंडिया 30 लाख डेली सर्कुलेशन के साथ जारी लिस्ट मैं तीसरे नंबर पर है।

Dainik Bhaskar VS Dainik Jagran comparison hindi
Dainik Bhaskar VS Dainik Jagran comparison hindi

पेपर कॉस्ट | Paper Cost of Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi

पेपर कॉस्ट की बात करे तो दैनिक जागरण की एक कॉपी की किमत 8 रुपये है वही दैनिक भास्कर की किमत 6 रुपये होती है। ई-पेपर कॉस्ट की बात करे तो दैनिक जागरण को अगर आप ऑनलाइन पढ़ना चाहते हैं तो आपको मासिक प्लान 59 रुपये और सालाना प्लान 249 रुपये मैं मिलता है। वही दुसरी तरफ दैनिक भास्कर का ई-पेपर आप मुफ्त में पढ़ सकते हो।

दोस्तो बता दे महेंद्र मोहन गुप्ता दैनिक जागरण के एमडी और चेयरमैन है। वही श्री सुधीर अग्रवाल दैनिक भास्कर के प्रबंध निदेशक हैं।

शेयर की कीमत | Share price of Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi

दैनिक जागरण की मूल कंपनी जागरण प्रकाशन लिमिटेड के शेयर की कीमत आज 2023 में 52 रुपये के आस पास है वही दैनिक भास्कर की मूल कंपनी डीबी कॉर्प लिमिटेड का शेयर मूल्य 88 रुपये के आस पास है।

रेवेन्यू | Revenue of Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi

चलिए दोस्तों अब इन दोनो अखबार के रेवेन्यू की बात करते हैं, बता दे पिछले साल दैनिक जागरण की पैरेंट कंपनी जागरण प्रकाशन लिमिटेड ने कुल मिलाके करीब 1289 करोड़ रुपये के रेवेन्यू जनरेट किया और 250 करोड़ रुपये इनका नेट इनकम रहा।

वही दैनिक भास्कर की मूल कंपनी डीबी कॉर्प लिमिटेड ने कुल मिलाके ₹1507 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया और ₹141 करोड़ इनका नेट इनकम रहा।

How newspaper companies make money in Hindi

दोस्ती अब बात करते हैं अखबार कंपनियों के बिजनेस मॉडल की,

अपने कभी कभी ये तो सोचा ही होगा की 6-10 रुपये मैं बनने वाली ये अखबार की कंपनियां पैसे कैसे बनते हैं। क्यों की आपको तो पता ही होगा एक अखबार मैं लगभाग 11-20 पेज होते हैं। याने की एक अखबार की कॉपी छपने का कीमत 10 रुपये से ज्यादा से होगा ऊपर से कर्मचारियों का खर्चा अलग से फिर ये अखबार बेचने वाली कमपनीया पैसे कैसे कमाते है?

तो इसका जवाब है विज्ञापन(advertisement)

उदाहरण से समझ तो दैनिक जागरण एक दिन में 40 लाख प्रतियां बेच देता है। और उनके एक पेपर की कीमत वो लेटे हैं 8 रुपये। याने की 40 लाख x 8 , याने की दैनिक जागरण का हर रोज का पेपर छापने की लागत होती है 3 करोड़ 20 लाख रुपये।

और आपकी जानकर के लिए बताता है भारत के प्रमुख अखबार एक फ्रंट पेज पे पूरे पेज पर एक विज्ञापन लगाने के लिए 50 लाख रुपये से भी ज्यादा चार्ज करते हैं और आपको तो पता ही होगा की एक अखबार में समाचार से ज्यादा तो विज्ञापन होते है। याने की दिन के टोटल पेपर कॉस्ट के मुकाबले एक अखबार कंपनी 3-4 गुना ज्यादा कमाई करती है, साथ ही newspaper companies खुद की वेबसाइट्स और एप्स चलाके भी अपना रेवेन्यू अलग से जेनरेट करती है।

तो दोस्तों उम्मीद है आपको अभी पता चला होगा की How Newspapers Earn Money. साथ Dainik Jagran VS Dainik Bhaskar Comparison in Hindi पे हमारा यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट मैं जरूर बताइये।

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